समाज = मै + आप + हम = कुल मिलाकर समाज बनते है , और मनुष्य एक सामुदायक प्राणी है .. जिसमे रिश्ते नाते की मान मर्यादा का पोषन के साथ संस्कारो का ख्याल की शिक्षा देने के बाद भी आज का युवा दिसा हिन् आधुनिकता के चक्कर मै तरुण अवस्था मै विपरीत लिंग के आक्र्सन मै डूबा नजर आ रहा है ,जो हमारी संस्क्रती लिए घातक दिख रहा है ................................................................................................ [ १ ] २४ घंटो मै सोता कितना [ २] पढने मै कितना समय बिताता [ ३ ] घर मै कितना समय बिताता [ ४ ] अपने दोस्तों मै कितना समय बिताता ......................................................................................................इस प्रकार के समय के उपयोग मै कोन कोन सी प्रेणना का उपयोग कर अपने जीवन की जीवन यात्रा मै सुरुसी तथा सुनीति के गुण दोस के मध्य भटकता या भ्रम भय या आनन्द परमानन्द के रस्ते जा रहा है ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,.... { ५ }यह जानना अभी भावक की भी जवाब दारी है
AAYURVED, MODREN, NUTRITION DIET & PSYCOLOGY गोपनीय ऑनलाइन परामर्श -- आपको हमारा परामर्श गोपनीयता की गारंटी है. हमारा ब्लॉग्स्पॉट, विश्वसनीय, सुरक्षित, और निजी है. एक उर्जावान, दोस्ताना, पेशेवर वातावरण में भौतिक चिकित्सा के लिए सर्वोत्तम संभव कार्यक्रम प्रदान करना है.
बुधवार, 18 जनवरी 2012
1 टिप्पणी:
नैदानिक चिकित्सा के बारे में.अब भारतीयों को आसानी से सुलभ ऑनलाइन चिकित्सा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों की यह स्वास्थ्य उपचार का उपयोग किया जा सकेगा जो कई रोगियों से समर्थन प्राप्त हुआ है..गोपनीय ऑनलाइन परामर्श --
आपको हमारा परामर्श गोपनीयता की गारंटी है.हमारा ब्लॉग्स्पॉट, विश्वसनीय, सुरक्षित, और निजी है.
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
good
जवाब देंहटाएं