सोमवार, 23 अप्रैल 2012

पोषक आहार विरोधी व्यक्तित्व = इस के अंदर जो व्यक्ति आते वो मुनाफाखोरी के चक्र में जनता से जंक फ़ूड का उत्पाद व क्रय-विक्रय करने वाले हो

पोषक आहार विरोधी व्यक्तित्व =  इस के अंदर जो व्यक्ति आते वो मुनाफाखोरी के चक्र में जनता से जंक फ़ूड का उत्पाद व क्रय-विक्रय  करने वाले होते है .और गलत प्रेरणा से सिखा आचरण वाले लोग और बचपन में सिखा आचरण भी प्रभावी ज्यादा करता है .जो निरंतर आयु के साथ उस को दिशा की वृदि मिलती रहती है .                              1.अंतरात्मा का अपर्याप्त विकास  indiquate conscince development वो लोग पोष्टिक आहार को नैतिक तो स्वीकार करते परन्तु अंतरात्मा से नैतिक मूल्यों को स्वीकार नही करते .इन जंक आहार के उत्पादक तथा प्रचारक के बोद्धिक विकार और उनकी अंतरात्मा में बहुत अंतर होता है .ये विज्ञापनों के सहारे आकर्षणों के प्रलोभन से जनता को फसाकर धोखा देते है .                                                                                                     2.सरकारी नियम कुंठा सहनशीलता -सरकारी नियम कायदे तोड़ने के लिए जुठे संकल्प दिखावा तो कर लेते परन्तु उत्तरदायत्व आने पर कर्मचारी पर बोज़ डाल देते या चेतावनी देकर सही पढ़ा नही गया का हवाला देकर इति श्री कर लेते .                                                                                                                                             3.आत्म केन्द्रित आवेगी और अनुउत्तरदाई -जनता से मुनाफा तो लेना जानते है और राजनैतिक तथा क़ानूनी मदद तो लेते और जब उत्तर दायित्व पर वैधानिक  चेतावनी को सही नही पढ़ी गई कह कर अनुउत्तरदायी हो जाते .                                                                                                                                                                     4.चिंता एवं अपराध  भावना का अभाव - जंक आहार उत्पादकों में चिंता ,तनाव और अपराध की नाम  मात्र की भावना पाई जाती है .कारण की इन में मुनाफाखोरी  तथा राजनैतिक  सरंक्षण मिला होता है ,इसलिए अपराध भावना होती ही नही ,उन उत्पादकों में ईमानदारी और दिखाने का व्यवहार ऐसा होता की गलत और अमान्य पोषक माप के लिए जनता को शक  करना कठिन होता है क्योकि भ्रामक पोष्टिक मान लिखा हुआ भी है तो इसका भोतिक सत्यापन जनता को करना कठिन होता है .                                                                               5.तर्क देने की क्षमता -वो इस प्रकार तर्क देते है की प्रमाणों का अम्बार लगा होता है और वाक़ चातुर्य पूर्वक होती है .                                                                                                                                                                    6. राजनैतिक पहुच अच्छी होती - जिससे कम्पनी की साख बनी रहे के लिए समय समय पर चंदा राजनैतिक  पार्टियों को दिया जाता है जिससे नियम कायदे का तिरस्कार बना रहे .                                                                     7. स्वार्थ सिद्धि के लिए अच्छा अभ्यास जिससे दुसरे प्रभावित हो उसके लिए मधुर बनावटी और लुभावने विज्ञापन सहारे समजाईस होती है 

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