बांझपन
होना सामाजिक जीवन में अभिशाप होना होता हैं,
बांझपन महिला-पुरुष दोनों में भी पाया जाता
हैं.
मर्दों में बांझपन के कारण हैं
1 शुक्राणु
बनने की समस्या
बहुत कम शुक्राणु या शुक्राणु बिलकुल
नहीं बनना.
2 अण्डे
तक पहुंच कर उसे उर्वर बनाने में शुक्राणु की असमर्थता –
शुक्राणु की असामान्य आकृति या बनावट उसे सही
ढंग से आगे बढ़ पाने में रोकती है.
3 जन्मजात
समस्याएं
अनेक बार मर्दों में जन्मजात ऐसी समस्या होती
है जो कि उनके शुक्राणुओं को प्रभावित करती है. अन्य कारणों में किसी बीमारी या
चोट के परिणाम स्वरूप समस्या शुरू हो जाती है.
कारण
मर्दों के संपूर्ण जीवन शैली का प्रभाव
शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता पर प्रभाव पड़ता है. जिन आहारो से
वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता
कमी होती है एवं निम्न कारण शामिल हैं – शराब एवं ड्रग्स, जैसे कीटनाशक दवाएँ, धूम्रपान, कुछ विशेष दवाँएं तथा गम्भीर बीमारी के कारण.
महिलाओं में बांझपन के कारण हैं.
महिलाओं में बांझपन के भी अनेक कारण पाए जाते
हैं, पोषण की कमी, अधिक वजन का होना या दुबलापन होना होता हैं. अण्डवाही ट्यूबें का बंद होना,
गर्भाशय की कमजोरी, पित्त
का अधिक बनना, गर्भाशय में संक्रमण का होना, बढ़ती उम्र का होना, जिसके
कारण मनोसामाजिक कारणों का भी शामिल होना पाया जाता, जिसके कारण अधिक चिंतित
होना. धुम्रपान, योनि संक्रमण का होना होता हैं.
निदानात्मक उपचार
उर्वरक की कमी के कारण से बांझपन का इलाज जल्दी से उपचार हो जाता हैं, उर्वरक पुरुष तथा महिलाओं में अपनी जीवनशैली में बदलाव लाकर नया जीवन देता है, परंपरागत भारतीय उर्वरक आहार देन से दंपतियों नई आशा की किरण दिखाई देती है. जिससे अपने आँगन में बच्चे की किलकारी सुनाई देती है. अधिक जानकारी के लिए हम से सम्पर्क करे. 09829085951
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