स्तन का आकर्षण
महिला खूबसूरती का होना जब तक अधूरा होता हैं, उसकी खूबसूरत देह को निहारने वाला नही होना. निहारने वाला तभी निहारेगा जब उसके पास आकर्षण होगा. महिला की खूबसूरती को बढ़ाने में उसके सुन्दर, स्वस्थ चेहरा, गठीलादेह और सुडौल स्तन बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण आकर्षण में योगदान निभाते हैं और उस की खूबसूरती का राज पहला उस महिला का चाँद सा चेहरा और उस सुन्दर चेहरे को देख कर मानव का मन गा उठे, "ये चाँद सा रोशन चेहरा ये झील सी नीली आँखें तारीफ करूँ क्या उसकी जिसने तुझें बनाया हैं". बात चेहरे तक नहीं बल्कि स्तनों का आकर्षण भी होना जरूरी होता हैं, मानव ही स्त्री के सुडौल स्तन को पसंद करते हैं तथा जीन स्त्रियों का शरीर भी ढीले और बेडौल स्तन के कारण आकर्षक नहीं लगता इस कारण से जो महिलाएं अविकसित वक्षों से परेशान और हीनभावना से ग्रस्त हो जाती हैं. आहार की मुख्य भूमिका में आवश्यक प्रोटीन की कमी, शारीरिक रूप से कमजोर होना, यौवनावस्था में समुचित विकास न होना, शादीशुदा महिलाएँ को अपने बच्चों को स्तनपान कराने के बाद वक्ष सुडौल नहीं रहा कर ढ़ीले हो जाते [ लटक जाते ]. सुडोल गठीले आकर्षक स्तन केवल प्रकृति की देन ही नहीं बल्कि अच्छे स्वास्थ्य की पहचान है, पोषण की कमी स्तनों को विकास नही होना या पोषण की अधिकता से और व्यायाम की कमी से स्तन भारी और बेडौल हो जाते हैं
अपने भोजन करने की आदत मे सुधार करके और रोज़ाना व्यायाम करने से स्तनों को सुन्दर ओर सुडौल बनाया जा सकता है
महिला खूबसूरती का होना जब तक अधूरा होता हैं, उसकी खूबसूरत देह को निहारने वाला नही होना. निहारने वाला तभी निहारेगा जब उसके पास आकर्षण होगा. महिला की खूबसूरती को बढ़ाने में उसके सुन्दर, स्वस्थ चेहरा, गठीलादेह और सुडौल स्तन बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण आकर्षण में योगदान निभाते हैं और उस की खूबसूरती का राज पहला उस महिला का चाँद सा चेहरा और उस सुन्दर चेहरे को देख कर मानव का मन गा उठे, "ये चाँद सा रोशन चेहरा ये झील सी नीली आँखें तारीफ करूँ क्या उसकी जिसने तुझें बनाया हैं". बात चेहरे तक नहीं बल्कि स्तनों का आकर्षण भी होना जरूरी होता हैं, मानव ही स्त्री के सुडौल स्तन को पसंद करते हैं तथा जीन स्त्रियों का शरीर भी ढीले और बेडौल स्तन के कारण आकर्षक नहीं लगता इस कारण से जो महिलाएं अविकसित वक्षों से परेशान और हीनभावना से ग्रस्त हो जाती हैं. आहार की मुख्य भूमिका में आवश्यक प्रोटीन की कमी, शारीरिक रूप से कमजोर होना, यौवनावस्था में समुचित विकास न होना, शादीशुदा महिलाएँ को अपने बच्चों को स्तनपान कराने के बाद वक्ष सुडौल नहीं रहा कर ढ़ीले हो जाते [ लटक जाते ]. सुडोल गठीले आकर्षक स्तन केवल प्रकृति की देन ही नहीं बल्कि अच्छे स्वास्थ्य की पहचान है, पोषण की कमी स्तनों को विकास नही होना या पोषण की अधिकता से और व्यायाम की कमी से स्तन भारी और बेडौल हो जाते हैं
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