तनाव = तनाव किसी ऐसी वैचारिक अवस्था होती जिस का बार बार ऐसा स्मरण जिस का कोई आशा जनक हल नजर आता नही और चिंता का अवसर हमेशा बना रहता है, जिस से आदमी चिंता रूपी बीज को तिल को ताड़ के रूप संजोये अपने तनाव का बखान करता रहता है ..................तनाव के भिन्न भिन्न रूप हो सकते है .............समाधान ..........किसी ईस्ट मित्र से मन को हल्का करने के लिए अपनी बात को बता दे या पत्र पर लिख कर पत्र फाड़ दे अथवा प्राणायाम मन लगाकर घ्यान [ चित ] शुद्ध करे अवस्य सफलता मिलेगी ..........................................................................................................जय दुर्कानाथ की ..........................
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शुक्रवार, 20 जनवरी 2012
1 टिप्पणी:
नैदानिक चिकित्सा के बारे में.अब भारतीयों को आसानी से सुलभ ऑनलाइन चिकित्सा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों की यह स्वास्थ्य उपचार का उपयोग किया जा सकेगा जो कई रोगियों से समर्थन प्राप्त हुआ है..गोपनीय ऑनलाइन परामर्श --
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apeko subhkamane pathri rog ki jankari de
जवाब देंहटाएंvikramsinghmadlawat