हमारी आखे = हमारी आखे ये दो हीरे के समान चमकते इस शरीर के बहू मूल्य अंग है ,जो अभी कभार इन आखो में चमक कम, रात्रि में नही दिखना [ रतोंधी, रातिन्दा ] या कम रोशनी में ठीक से दिखाई नही पड़ता और सामने टकराने का अभ्यास लगा रहता है .सुविधा पूर्वक धूम नही सकता . आहार चिकित्सा में गाजर का सेवन ज्यादा करे और गाय का घी .गाय का घी और गाजर में कैरोटिन की मात्रा ज्यादा पाई जाती जिस में जो विटामिन A में बदल जाता और रतोंधी विटामिन A की कमी के कारण ही बीमारी पाई जाती है .गाजर का हलवा गाय के घी में खाने से फायदा होता है .हरी पत्तेदार सब्जिया प्रचुर मात्रा में खाए .गर्मी के मौसम में तेज गर्म धुल भरी हवा के कारण आखों को नुकशान पहुच के दर्द हो जाता है इन अवस्था मे क्या क्या खान पान हो का निम्न ध्यान आवश्यक है .गर्मी के मौसम तेज धुप के कारण आखो में खुजलाहट होना .जलन और गाढ़ा स्त्राव आता है .इस अवस्था मे ठंडे पानी से आँखे बार बार धोये .कम से कम ४-६ बार धोये .हाथ साफ रक्खे .तौलिया, तकिये का कवर व् रुमाल साफ रक्खे .सलाद आहार भर पुर ले .खीरा ,पपीता ,ककड़ी ,टमाटर और खरबूजा,तरबूजा ज्यादा सेवन करे ...
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