डायबिटीज = डायबिटीज में दो प्रकार में तीन अवस्था होती, जिसमे पहली जिस में इंसुलिन उत्पन्न नही होता, दूसरी जिस में इंसुलिन तो होता किन्तु सक्रिय नही होता, और तीसरी इंसुलिन तो होता परन्तु पर्याप्त मात्रा में नही होता . इन का सभी उपचार करवाते और सभी डाक्टर उपचार करते जिस में आहर उत्पादक जो अपने अपने लाभों के मध्य ज्यादा से ज्यादा आहार उत्पाद कैसे बेचे पर ध्यान आकर्षण रहता मरीज की मजबूरी रहती और मरता क्या नही करता, परन्तु मरीज की भी जवाबदारी बनती की आप मात्र प्रायोजित किसी आहार उत्पादक के डाक्टर या आहार विशेषग्य के राय शुमारी में घरेलू उत्पादों पर भी ज्यादा से ज्यादा आहर सम्मलित करने के सुझाव मांगे ऐसा नही होवे की किडनी फेल होने का इंतजार करे ...
AAYURVED, MODREN, NUTRITION DIET & PSYCOLOGY गोपनीय ऑनलाइन परामर्श -- आपको हमारा परामर्श गोपनीयता की गारंटी है. हमारा ब्लॉग्स्पॉट, विश्वसनीय, सुरक्षित, और निजी है. एक उर्जावान, दोस्ताना, पेशेवर वातावरण में भौतिक चिकित्सा के लिए सर्वोत्तम संभव कार्यक्रम प्रदान करना है.
careless लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
careless लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
शुक्रवार, 23 मार्च 2012
सोमवार, 6 फ़रवरी 2012
FOOD EGOTISM
तयशुदा आहार = अकसर माताओ व बहनों के मुह से सुनने में आता की मेरा बेटा या बेटी तो अमुक ब्रांडेड कम्पनी का ही नास्ता व खाना खाता है .[१] यह दुबला पतला बहुत है ,[२] खुराक कम है [३] दूध ही पिता [४] सब्जी नहीं खाता [5] मोटा ताजा होता जा रहा है, जैसे अमेरिका में बच्चे मोटे बहुत होते जा रहे है ..................अगर देखा जाये तो बच्चे को खाना, खाना सिखाया किसने .....माता पिता या परिवार ने ही तो खाने की प्रेरणा को विकसित किया........................................................................................................................ .संतुलित आहार खाने की प्रेरणा तो अभिभावक को ही देनी पड़ेगी .
रविवार, 29 जनवरी 2012
meal psycology perception
आहार का प्रत्यशीकरन = जब हम किसी रेसिपी की बात कहते है तो हमे उसका स्वाद की बात करते है ,हमे वो सभी खाने वाले तथा बनाने वाले याद आते , उनके जहा जहा बनती वो स्थान याद आते ,उसका आकर प्रकार बनावट इस प्रकार से हम उस आहर से एकीकरण प्रक्रिया से जुड़े होते है और हम खाते खाते नही थकते ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,इस एकीकरण की प्रक्रिया से हमारा जुड़ाव आहार दोषों का ग्रहण करता रहता है .......................................................................................................................जय श्री कृष्ण
गुरुवार, 26 जनवरी 2012
सदस्यता लें
संदेश (Atom)