पोषण प्रेरणा - पोषण प्रेरणा में तीन प्रकार के कर्म प्रेरणा होती है [१ ] पोषण ज्ञाता [ २ ] पोषण ज्ञान [३] पोषण ज्ञेय. प्रथम भूमिका आदमी खुद अपनी सकारात्मक या नकारात्मक अवस्था में उपस्थिति दर्ज करता खाने का कर्म करता है उसे ज्ञाता कहते है . दितीय भूमिका आदमी जिसके दुआरा खाना खाने के पोषण का ज्ञान जाना जाता है उसे पोषण का ज्ञान कहते .तिसरी आदमी के खाने में पोषण के जानने में आने वाली तत्व का नाम ज्ञेय कहलाता है
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