बहेड़ा = ,अक्ष ,बिभितक, बहेड़ा का वृक्ष पुरे भारत में होता है . स्वाद में कषाय, बालों को के लिए हितकारी ,उष्ण वीर्य ,मधुर विपाक ,लघु ,रुक्ष ,भेदन ,खांसी को मिटनेवाला ,मोटापा नाशक ,कफ,पित्त और वायु को मिटनेवाला ,स्वरभेद को दूर करनेवाला ,बहेड़े फल की छाल जुखाम.खांसी और स्वास के रोगों को मिटाता है .शरीर के सूजन होने पर इस के बिजो को मग्ज का लेप करते है .जिस से जलन कम होती है .बहेड़ा मादक होता है .शरीर में प्रतिरोगक्षमता को बढता है .आखों के लिए हित कारी .प्यास और वमन को मिटनेवाला .त्रिफला चूर्ण में एक तीसरा हिस्सा बहेड़े का मिलता या मिलाया तब जाकर त्रिफला बनता है .बालों को काला करने में का काम आता है .इस की मुख्य क्रिया ,श्वसन क्रिया पर अच्छी होती है .
AAYURVED, MODREN, NUTRITION DIET & PSYCOLOGY गोपनीय ऑनलाइन परामर्श -- आपको हमारा परामर्श गोपनीयता की गारंटी है. हमारा ब्लॉग्स्पॉट, विश्वसनीय, सुरक्षित, और निजी है. एक उर्जावान, दोस्ताना, पेशेवर वातावरण में भौतिक चिकित्सा के लिए सर्वोत्तम संभव कार्यक्रम प्रदान करना है.
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नैदानिक चिकित्सा के बारे में.अब भारतीयों को आसानी से सुलभ ऑनलाइन चिकित्सा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों की यह स्वास्थ्य उपचार का उपयोग किया जा सकेगा जो कई रोगियों से समर्थन प्राप्त हुआ है..गोपनीय ऑनलाइन परामर्श --
आपको हमारा परामर्श गोपनीयता की गारंटी है.हमारा ब्लॉग्स्पॉट, विश्वसनीय, सुरक्षित, और निजी है.