शनिवार, 27 अक्तूबर 2018

बच्चो का आहार

बच्चा एक कच्ची मिट्टी के घड़े के समान होती है उसको जैसी मिट्टी और सांचे में ढालोगे वैसे उसका निर्माण हो जाएगा, बचपन में खाने पानी की डाली गया आदत जिंदगी भर बनी रहती है. बच्चे के जीवन में खाने पीने की अच्छी आदत डालने पर उसके स्वस्थ जीवन की आधार शिला रखते है, निरंतर बच्चों के शरीर व् बुद्धि का वृद्धि व् विकास होता रहता है. दिन प्रतिदिन शारीरिक विकास-वृद्धि से साथ पर्यावरण में गतिविधियों के लिए पर्याप्त संतुलित ऊर्जा का मिलना जरूरी है. जिसमे बहुत पोषक तत्व की आवश्यकता होती है,

जन्म से छ माह के बच्चों को माता का दूध जरूरी होता है, छ माह बाद पूरक आहार देना शुरू कर देना चाहिए, जिसमे माइक्रो, व् मेक्रो [ शुक्ष्म और दीर्घ पोषक तत्व ] नुट्रिशन इन दोनों की आवश्यकता होती है.

माइक्रोन्यूट्रीएन्ट्स विटामिन
बच्चों के शरीर में किसी विटामिन की कमी से स्वास्थ की समस्या हो सकती है, विकास प्रभावित हो सकता है.
विटामिन A -
आँखो की रोशनी के लिए आवश्यक है,
मिलने के स्रोत
गाजर, मेथी, शरकन्द, हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ, टमाटर, पत्तागोभी और मछली का तेल.

विटामिन B कॉम्प्लेक्स -
चयापचय क्रिया दुरुस्त रखता है, शरीर की प्रक्रिया के लिए जरूरी होता है।
मिलने के स्रोत--
साबुत अनाज, अंडा, दूध, दही, मछली, हरी पत्तेदार सब्जी, फलिया,

विटामिन C
शरीर को सुरक्षा प्रदान करना बीमारियों से बचना, बाल व् दांतो के जड़ों को मजबूत बनाना।
मिलने के स्रोत - संतरा, मौसम्बी, आवला, टमाटर, स्ट्रॉबरी, खरबूजा, निम्बू ।

विटामिन D
हड्डियों को मजबूत करता है,तंत्रिका तंत्र को मजबूत करता है.
मिलने का स्रोत - दूध, अंडे, छाछ, दही, चिकन, मछली, और सूर्य की धुप से।

विटामिन E
एलर्जी, हृदय रोग व् कैंसर की रोकथाम करता है.
मिलने का स्रोत - पपीता, कद्दू, अखरोट और बादाम।

विटामिन  K
रक्त का थक्का बनने में उपयोगी, हड्डियों को मजबूत बनता है.
पालक, मेथी, पत्तागोभी, फूलगोबी हरी पत्तेदार सब्जी से।

खनिज लौह तत्व -
लौह तत्व शरीर में स्वस्थ रक्त बनाने में सहायता करता है. जो रक्त कोशिका तक ऑक्सीजन ले जाने में सहायता करता है
मिलने का स्रोत -
फलिया, साबुत अनाज, सूखे मेंवे .

कैल्सियम
बच्चों के लम्बाई बढ़ाने में सहायक होता है, कैल्सियम की कमी से बच्चों में शारीरिक वृद्धि रुक जाती है, मासपेशियों के विकास में सहायक होता है।
मिलने का स्रोत-
दूध, दही, छाछ, पालक, मेथी,बथुआ।

पोटैशियम
शरीर अंग में व् कोशिकाओं कार्य प्रणाली करने में आवश्यक होता है.रक्तदाब  हृदय के सुचारु रूप से  करने में सहायक होता है.
मिलने के स्रोत-
आलू, केला, शकरकंद एवं वसा रहित दूध दही और छाछ में।

मैग्नीशियम
हृदय व् स्नायु तंत्र में मज़बूती बना ये रखने में,
 मिलने का स्रोत -
ब्राउन राइस, अनाज, बादाम, फलियों में

कार्बोहाड्रेड
प्रोटीन व् वसा का उपयोग करने में सहायता करता है, ऊर्जा देता है.
मिलने के स्रोत
चावल, अनाज, आलू, शकरकंद, सेव फल , चीकू

प्रोटीन
शरीर की कोशिकाओं के निर्माण में सहायता करता है, मासपेशीय मजबूत करता है. शरीर को संतुलित तंदुरुस्त बनाये रखता है.
मिलने के स्रोत-
दूध, दही, दाल, फलिया, मॉस मछली, सूखे मेवे इत्यादि।

वसा
शारीरिक क्रिया में पोषक तत्वों के उपयोग में सहायक
मिलने के स्रोत-
दूध, दही, घी, सूखे मेवे, और मॉस मछली में

जिंक
याददास्त सुधरने में, इम्युनि सिस्टम को मजबूत करने में, बीमारियों से बचाने में
मिलने के स्रोत -
साबुत अनाज, फलिया, दाल और सूखे मेवे में 

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