कैसे समलैंगिकता का आदि हुआ था ।
समलैंगिकता >>> हस्तमैथुन की वजह से भी होता हें ।
1. मैथुन अभिप्रेरणा ओर निष्पादन [ Sex Motivation and Performance ]
शोधकर्ता डाक्टर रघुनाथ सिंह राणावत
Dietitian & psychologist
माता आयुर्वेदिक दवाखाना, सापोल, राजसमंद, राजस्थान ।
2. प्रयोज्य परिचय –
प्रयोज्य का नाम - 153
यौन – पुरुष
आयु – 25
शिक्षा - उच्च प्राथमिक [ प्रयोज्य का नाम गोपनीय रखा गया है । ]
3॰ समस्या परिचय
प्रयोज्य को लड़कियां अच्छी नही लगती। प्रयोज्य की शादी हो गई पर अपनी पत्नी से कोई मैथुन नहीं कर सका एक महीने का समय हो गया था, चिंता व डर सताने लगा, सामाजिक बदनामी होने लगी थी । इस सभी बातों के पीछे मुख्य कारण था की चार यार / दोस्त आपस मे हस्तमैथुन एक दूसरे के साथ करते थे । इस प्रकार हस्तमैथुन 8 वर्ष किया था । ये काम 15 वर्ष की आयु से शुरुआत की थी पहले साल मे एक दो बार करता था । अब ये दिक्कत भी हो गई की लड़को से बात करता तो लिंग से पानी आता हें कोई दोस्त हाथ लगता तो लिंग से वीर्यपतन / वीर्य निकल जाता हें । महिलाओ के स्पर्श से कोई संवेदना नही होतो ना ही कोई उत्तेजना होती थी ।
4॰ समस्या समाधान
प्रयोज्य किसी निजी कारणो के कारण से ऑनलाइन परामर्श के संपर्क मे आने मे असमर्थ हुआ ।
5॰ विवेचना एवं निष्कर्ष
ये एक नवीन प्रकार की खोज / अनुसंधान था की एक व्यक्ति समान लिंग से लैंगिक क्रिया का लगाव से मैथुन क्रिया करता तो उसका मानसिक चित्त आकर्षण होता है जो विषम लिंग से कोई रुचि नहीं होती है ।
कुलमिलाकर प्रयोज्य मानसिक नपुंसकता हो गया था, समलैंगिक होने की मानसिकता हो चुकी थी, जो एक नए प्रकार की समलैंगिक होंने की मानसिकता थी । क्योकि प्रयोज्य की संवेदना के प्रत्यक्षीकारण लड़को के प्रति ही होती थी , लड़कियो के प्रत्यक्षीकरण से कोई संवेदना की कोई प्रति क्रिया नहीं होती थी ।
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