शुक्रवार, 2 दिसंबर 2022

समलैंगिक संबंध अनुसंधान ।

 सेवामे 

                                           श्री मान प्रधान मंत्री जी,

                                          भारत गण राज्य सरकार ।

विषय - समलैंगिक बाल यौन शौषण रोकथाम हेतु ।

मान्यवर,

               सविनय नम्र निवेदन है कि आजकल समलैंगिक सम्बन्ध, समलैंगिक विवाह की बाढ़, जो अंग्रेजी नग्न सभ्यता प्रभावित भारतीय जनता युवा पीढ़ी में देखने को मिल रहा है जो एक जांच का विषय है । भारत में देवी देवता मार्ग दर्शन में वैवाहिक जीवन में चार आश्रम को पढ़ाया जाता है, 1 ब्रह्मचर्य आश्रम, 2 ग्रहस्त आश्रम, 3 वानप्रथ आश्रम और सन्यास आश्रम । आजकल ये आश्रम व्यवस्था लुप्त होती जा रही है, और पशु प्रवृति की प्रथा शुरू हो चुकी है जिसमें केवल वासना भरी जिंदगी जैसे लिव इन रिलेशनशिप की तरह पुरुष वैश्या, समलैंगिक विवाह कुरीतिया फैल गई है जो अच्छे समाज के लिए घातक है, समलैंगिक कब कैसे बना एक अध्ययन का विषय है । समलैंगिक बनने के प्रेरणा और कारण का अध्ययन करना जरूरी है । 

माना की समलैंगिक होते पर कब पता चला, कब पता चलेगा, इसका आयु सीमा कैसे निर्धारण किया जाएगा ? 

1 समलैंगिक जन्म से होते है, परंतु उनका निर्धारण और परीक्षण कैसे और क्या ?

2 समलैंगिक जैविक हार्मोंस असंतुलन से होते, तो क्या इसका निदान नहीं होता ?

3 पर्यायवरण में प्रेरणा से भी होता उसकी आयु क्या निर्धारण है ?

4 बाल यौन शौषण पीड़ित होते #समलैंगिक, क्या उन बच्चों को वयस्क होने के बाद कोई या तत्काल कोई परामर्श दिया गया ? 

                       श्री मान उपरोक्त 4 नंबर बाल यौन शौषण पीड़ित समलैंगिक बने ये भारत में सबसे ज्यादा है । जो सामाजिक कार्यकर्ता के अनुसंधान में पाया गया है, मैने चार साल में भारत के विभिन्न हिस्सों से बाल यौन शौषण पीड़ित समलैंगिक लडको की पीड़ा सुनी और और उन्होंने बताया की ये एक जुनूनी आदत लग जाती है, जो छोड़ना नहीं चाहते, जब शादी की आयु होती तो परिवार का दबाव आता तो लोक लाज में शादी करनी पड़ती है, और शादी करना भी चाहते है । ये समलैंगिक कोई जन्म से नहीं होती बल्कि बाल यौन शौषण के कारण इसमें यौन सुख मिलता है । जो सामाजिक पारिवारिक वातावरण रहना चाहा वो अपना उपचार ढूंढ रहे हैं, जो अंग्रजी पढ़े लिखे उन्होंने अमेरिका इंग्लैंड की जीवनशैली को समलैंगिकता को स्वीकार किया है, जिसमे एक पुरुष का अभिनय दूसरा महिला का अभिनय करता, महिला अभिनय वाला ही बाल यौन शौषण पीड़ित होता और उसका ब्रेन वाश कर दिया जाता और उसको समलैंगिकता का नशा हो जाता है । फिर ये आदत को छोड़ना नहीं चाहता एक अफीम, गांजा, भांग जैसा नशा होता है ।।

              आप से निवेदन है समलैंगिकता शादी का निर्णय देने से पहले वापस अनुसंधान किया जाए की बाल यौन शौषण किसने और कब किया । आप के साथ ही आम भारतीय जनता को सवाल पूछना चाहता हूं । 

1. समलैंगिक क्या कोई जन्मजात प्रतिभा होती है ? हो सकता है पर इनकी जांच होनी चाहिए ।

2. समलैंगिक अगर जन्मजात होती है तो प्रमाण बताया जाए ?

3. समलैंगिकता जन्मजात बताने वाले के परिवार में कितने सदस्य है ?

4. समलैंगिकता पर आपने कितने लोगों पर अनुसंधान किया ?

5. जन्म के समय इनकी क्या पहचान होती है ?

6. समलैंगिक को कब पता चलता है कि वो समलैंगिक ?

7. समलैंगिकता में एक नहीं आपस में दो व्यक्ति होते है, पर इसमें एक नर तो अपनी काम पिपासा मिटाने के लिए अप्राकृतिक मैथुन कर सकता पर क्या दूसरा समलैंगिक स्वयं आवेदन करता है कि मुझे गुदा मैथुन किया जाए, उसको ये शिक्षा कब मिलती है जो नारी योनि के बदले मे गुदा मैथुन करवाने में प्रबलता होती है ?

8. बिना प्रेरणा के कोई भी व्यक्ति शारीरिक व विकास वृद्धि नहीं कर सकता फिर दूसरा पक्ष किस आधार से शिक्षा किस उम्र में पाता है । 

9. कानूनी समलैंगिकता के सम्बन्ध बनाने कि आयु कितनी होती है ?

10. क्या समलैंगिकता बहला फुसलाकर बच्चों को प्रेरित करने पर कोई कानूनी कार्रवाई होती है, तो अब तक कितने पर कार्यवाही हुई हैं ?

11. क्या किसी बच्चों की इस राह प्रेरणा देनी चाहिए कि शोषित समाज बढ़ता जाए ?

12. समलैंगकता से पीड़ित वापस मुख्य धारा में आना चाहता है तो उसको मार्ग दर्शन मिलना चाहिए ?

13. समलैंगकता में कोई केवल मैथुन आंनद के अलावा अन्य लाभ हानि भी देखने को मिलती है ?

14. दो समलैंगिक व्यक्ति में दूसरा व्यक्ति ही हस्तमैथुन क्यों करता है ? 

15. क्या दोनों समलैंगिक व्यक्ति हस्तमैथुन करते है ?

16. हस्तमैथुन किस आयु में शुरू किया जाता है ?

17. हस्तमैथुन के लाभ हानि के प्रभाव बताए ?

18. क्या आप सुनी सुनाई बातें बोलते है या सत्य तथ्य परख / परीक्षण / जांच पड़ताल के बाद समलैंगिक के पक्ष लेते है ?

19. Ipc 377 की धारा को समाप्त कर दिया गया है, या आशिक लागू भी है ?

20. बिना विचारे कोई ये कहे समलैंगिक अभिव्यक्ति की आजादी है, ओरियंटेशन है तो उन बच्चों के साथ गुदा मैथुन बहला फुसलाकर और बल पूर्व किया जाता और वह दूसरा व्यक्ति समलैंगिक होता क्या आपके बच्चों पर ये हो तो ?

21. ब्रह्मचर्य आश्रम की शिक्षा केवल भारत में ही मात्र शब्द व्याख्या कि जाती पर शिक्षा कितने परिवार, स्कूल में दी जाती है ?

22 प्रयोग द्वारा सिद्ध कीजिए अगर आपके बालक के साथ बाल यौन शौषण से गुदा मैथुन करने पर दो साल का अनुभव सार्वजनिक कीजिए ।।

23 अब्बास खान लिखित विरोध पुस्तक का अध्ययन कीजिए, ® पर आपका कोई बच्चा यौन शौषण के कारण समलैंगिक बन जाए तो .......notionpress.com .। पढ़िए ।

24 पाकिस्तानी मौलवी engineer Muhammad Ali Mirza, https://youtu.be/hoFRGWACtjY ka अध्ययन किया जाए ।।

25 मेरे अनुसंधान पढ़िए 

समलैंगिक से विषम लैंगिक होने पर हार्दिक बधाई,

प्रयोज्य जुलाई 2021 अंतिम सप्ताह मे पिता बना और एक वंश वृक्ष बन पितृ ऋण से मुक्त होकर शानदार गौरवशाली ज़िंदगी जी रहा है। पुत्र होने की बधाई और शुभ कामनाए देता हूँ । 

https://raghunath-singh.blogspot.com/2020/06/blog-post.html

शाब्दिक त्रुटि के लिए क्षमा चाहता हूं, आशा करता हूं, आप और भारत की जनता समलैंगिक विवाह कुरीतिया पर अमल किया जाएगा और भारतीय संस्कृति सभ्यता को बचाया जाएगा ।।

                                                एक भारतीय नागरिक 

                                             रघुनाथ सिंह राणावत सापोल     

                                                    राजसमंद राजस्थान।

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