सोमवार, 2 जुलाई 2018

कमर दर्द

कमर दर्द आजकल आम बात हो गई, अनियमित आहार-विहार, उठाने बैठने के तौर तरीकों के कारण, संतुलित आहार की कमी, और मानसिक दवाब के कारण कमर दर्द लाइलाज होता जा रहा है, जहा देखो, कमर दर्द के कारणों को जाने बिना आजकल विज्ञापनों में मालिश के तेल, बाम, स्प्रे, और लोशन उपलब्ध प्रलोभन के साथ दिखाई देते हैं,
कमर दर्द हर व्यक्ति के व्यक्तिगत कारण भिन्नता के साथ जीवनशैली में अपनी मानसिक समस्या संलग्न दोगुनी हो जाती है, इस बीमारी को छोटी मान के दर्द लिए इन्सान घूमता रहता है, अक्सर रोज दर्द निवारक गोलियां खाता रहता है, बीमारी अपना विस्तार करती रहती, इस बीमारी से व्यक्ति को मरने का खतरा नहीं रहता, परन्तु अपनी जीवनशैली में कष्टदायक जीना पड़ता है, जब बीमारी निकलती या हटती नही देखता तो, अखबारों, पत्र-पत्रिकाओं, इलेक्ट्रिक विज्ञापनों में आकर्षण होकर देशी दवाई इस्तेमाल करने लगता है, इन बाजार विज्ञापनों, से दवाई मंगा कर खाने से बीमारी हटने की बजाय बढ़ जाती है, रक्त में श्वेत कण की वृद्धि होने से एक नई परेशानी हो जाती है, फिर गंभीर अवस्था होने से कमर दर्द, पीठ दर्द से व्यक्ति पुरुष हो या महिलाओं अपने दैनिक कार्यक्रम में खिन्नता होती है,
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कमर दर्द के कारण -
पुरुषों में,
पुरुषों में अपने कार्य दिवस में लगातार टेबुल-कुर्सी पर बैठने के कारण, ट्रक, ट्रेक्टर, मोटर गाडी, सिलाई मशीन, कम्पुटर कार्य, और लगातार 90 डिग्री के कोण में बैठने के कारण, कमर की रक्त संचरण अवस्था में ऑक्सीजन पहुँचाने में बाधा आती है,

महिलाओं में
महिलाओं में कमर दर्द के पुरुषों के मुकाबले दोगुने कारण होते है, एक अतिरिक्त कारण गर्भाशय होता है. महिलाएं भी अपने कार्य दिवस में लगातार टेबुल-कुर्सी पर बैठने के कारण, झाड़ू निकाल के कारण, क्यों की सुबह के वक्त रात भर सोए होना सुबह उठते ही 90 डिग्री में झुक कर घर का कचरा निकलना, मोटर गाडी, सिलाई मशीन, कम्पुटर कार्य, और लगातार 90 डिग्री के कोण में बैठने के कारण, कमर की रक्त संचरण अवस्था में ऑक्सीजन पहुँचाने में बाधा आती है,

सायटिका के कारण
महिला और पुरुषों में सायटिका के कारण भी कमर दर्द होता है,

चोट-मोच के कारण
बहुत लोगो में घटना-दुर्घटना के वजह से भी कमर दर्द होता है.

निवारणार्थ - उपचार
एक चिकित्सक को कमर दर्द कर गहन जाँच के बाद ही उपचार सही होता है, सही सही कारणों को बताना व् जानना जरूरी है, ऊपरी मालिश, गर्म सेक या सिकाई, लेप के साथ साथ पाचनक्रिया को उत्तम बनाकर ही उपचार करना चाहिएं, बीमारी पुरानी होने के कारण कमर में रक्त संचरण को सुचारु करके, आहार में धमनियों को, मासपेशीय में मृत प्रोटीन कोशिकाओं के मरम्मत करनेवाले पूरक आहार का लेना जरूरी होता है, इस प्रकार आप उपचार कराए तो आप को अवश्य कमर में लचीलापन लाकर चैन से जी सकते है.
09829085951 

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