शुक्रवार, 24 जुलाई 2020

गे रुचि

प्रत्येक व्यक्ति के जीवन मे रुचियो का एक महत्व पूर्ण स्थान होता है । जब कोई कार्य करने का निर्धारण कर्ता तो वो विचार करता की क्या करेगा, क्यो करेगा। रुचि सीखी हुई एक अभी प्रेरणा होती है, तो जब वो व्यक्ति अपनी पसंद बना लेता है, तो पसंद के आधार पर कार्य करने को आदि हो जाता है। फिर रुचि वास्तविक जीवन मे स्थायी हो जाती है। इसलिए व्यक्ति के जीवन मे महत्वपूर्ण ये भी है की सीखने के लिए अभिप्रेरणा स्त्रोत भी है।
गिलफोर्ड 1964 के अनुसार "रुचि वह प्रवृति है जिससे हम किसी व्यक्ति, वस्तु या क्रिया की और ध्यान देते है, जिससे आकर्षित होते है या संतुष्टि प्राप्त करते है।"
आइजेनिक और उनके साथियो 1972 के अनुसार, "रुचि व्यवहार की वह प्रवृति है, जो कुछ वस्तुओ,  क्रियाओ या अनुभवो के प्रति कार्य कर सकते मे समर्थ होती है। यह प्रवृति तीव्रता [ और सामान्यकरण ] मे व्यक्ति मे परिवर्तित होती रहती है।"

निष्कर्ष -
किसी भी समलैंगिक को समलैंगिक मे रुचि क्यो होती, क्योकि जिसका कारण एक किसी की प्रेरणा के कारण सीखा हुआ आचरण होता है, इन प्रेरणाओ को बदला जा सकता है । 

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