"#जय_श्री_कृष्ण"
उठ अर्जुन युद्ध कर ।
भारत के सबसे बेहतर और विश्व प्रथम काउन्सलर भगवान श्री कृष्ण के जन्म दिन की "#हार्दिक_शुभ_कामनाए" ।
हमारा शरीर एक रथ के समान है, आँख, नाक, मुंह, कान और त्वचा ये पाँच इंद्रिया घोडो के समान है, हमारा शरीर एक रथ जैसे है, मन रथ मे बैठा राजा है, बुद्धि सारथी है, सारथी तीन अवस्था मे रहता है, चेतन, अर्ध चेतन, और अवचेतन और हमे,
हमारी पाँच ज्ञानेन्द्रिय से संज्ञात्मक हमे जो ज्ञान प्राप्त होता वो दो प्रकार से मिलता सकारात्मक और नकारात्मक पर हमारी पाँच इंद्रिया घोड़ो के वेग से दौड़ती है
जैसे गाली और घास जल्दी उग जाते, यंत्र चालित जैसे हाथ से हस्तमैथुन नकारात्मक रास्ते है, ये नकारात्मक संज्ञा आपको ब्रहमचर्य पालने से रोकते है, नपुश्ङ्कता पैदा होती है, इन रास्तो को छोडकर सकारात्मक रास्ते बुद्दि बल से सारथी रूपी के चेतन अवस्था मे अपने इस शरीर रूपी रथ मे बैठा मन राजा सकारात्मक रास्ते अनुशासन, मान, मर्यादा से भय, डर, चिंता मुक्त मर्द बन कर जियो ।
"जय श्रीरामाकृष्ण"
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