शनिवार, 30 जून 2012

बरसात में आहार

बरसात = बरसात का मौसम इस में स्वास्थ्य लाभ की दिशा में बहुत ही महत्पूर्ण बाते, ध्यान में रखने की होती है .बरसात के मौसम में पानी की अधिकता के कारण छोटे छोटे जीवजन्तु की उत्पति ज्यादा मात्रा में होती है. सूर्य बादलों में छिपा रहने से भी इन छोटे छोटे जीवजन्तुओ का प्रकोप मनुष्यों के लिए घातक परिणाम देने वाले होते है. जिससे बीमारी फैलने की सम्भावना अधिक होती है. पानी दूषित हो जाता है. दूषित पानी पिने से पीलिया, टायफायड और दस्तों जैसी बिमारियों का फैलना शुरू हो जाता है. शाम को जल्दी खाना खाना चाहिए क्यों की लाइट या दीपक के पास में छोटे छोटे जीवजन्तु और किट पतंगे उजाले देखते ही आ जाते है. जो खाने-पिने में साथ निगलने की संभावना ज्यादा होती है, जिस से रात्रि में पेट दर्द, उल्टी-दस्त होती है. इस लिए सूर्य अस्त से पहले ही खाना खा लेना चाहिये ताकी जीव जन्तुओ से भी बचा जा सके और खाना भी हजम जल्दी हो सके. 

2 टिप्‍पणियां:

  1. Sir meri age 23 years hain mein 5 years se afim or amal ka seven kar raha hun kisi ne mujhe galat sangat mein daal diya ab mein iska aadi ho gaya hun
    mujhe ise se mukti chahiye mujhme jeene ki chah khatam ho rahi hain
    plzzz give me suggestions

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  2. aap sthaniy aspatal me dr. sahab se ilaj karwale , sabhi jagah ilaj hota haen , jodhpur ke pas manaklav me nshaamukti kendra se sampark kre , bhilwada me bhi nsha mukti kendra hae , aap kisi bhi nshamukti kendr se samprk kr sakte

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