प्रयोज्य के परामर्श की दिनांक - 26 / 07 / 21 [ अपडेट 18 / 01 / 22 ]
प्रयोज्य का नाम - गोपनियता के कारण 4510
प्रयोज्य की आयु - 18 वर्ष
प्रयोज्य की शिक्षा - BSC प्रथम वर्ष
प्रयोज्य की समस्या - समलैंगिक आकर्षण
निदान - प्रयोज्य को 35 वर्ष से अधिक आयु पुरुष मे आकर्षण होता है । लड़कियो और महिलाओ मे कोई आकर्षण नहीं होता । शादी करने का मन नहीं करता, गुदा के विचार आते है । विचार पर नियंत्रण नहीं रहता । 12 वर्ष की आयु मे हस्त मैथुन करना सीखा, बिस्तर पर घर्षण करके वीर्यपात करना अच्छा लगता है । आत्मविश्वास कमजोर हो गया, डर, चिंता हमेशा लगी रहती है । एकांत अच्छा लगता है । हस्त मैथुन करने से अलौकिक आनंद आता है, अपने परिवार वालो को अपनी मानसिक समस्या को बताया, खान सर का एलजीबीटी वीडियो देखने से तनाव आ गया, पहले मन मे विचार आता की कही कोई बोल नहीं दे, अलग रहता अजीब लगता था । महिला मित्र नहीं, ताना देता, लोग मेरे बारे मे क्या सोचते के विचार आता, लोग मेरे बारे मे क्या बाते करते होंगे । 10 / 07 / 21 को बताया की चार दिन से नींद आ रही, बुरे सपने आए । अपनी समस्या बड़े भाई को बताई तो बड़े भाई ने ऑनलाईन परामर्श लेने की सलाह दी और उसने ही आपके नंबर दिये ।
निष्कर्ष - प्रयोज्य मे आलसी प्रवृति पाई गई, एकांत मे रहने की प्रवृति पाई गई, निराशा के भाव पाए गए । भ्रम मे जीवन यापन हो रहा पाया गया, वहम का बोझ लेकर चलता है । नारी के आकर्षण बढ़ने की पुष्टि मिली, परंतु हट धर्मिता के कारण निरंतर बाध्यता पाई गई । तार्किक बुद्धि अच्छी पाई गई । अब तबीयत ठीक पाई गई, परंतु 40 % आकर्षण महिलाओ के प्रति पाया ये कथन प्रयोज्य के थे । आतंविश्वास 100 % अच्छा हुआ, पहले तनाव था अब ठीक हूँ, तनाव दूर हो गया । समलैंगिक इच्छा नहीं होती है ।
आज 18 / 01 / 22 को फोन से वार्तालाप करने पर बताया अब सम्पूर्ण ठीक है, एक अपनी कक्षा मे साथी लड़की को मित्र बनाया उससे दोस्ती हो गई, अच्छा लगता है । अब अच्छा लगता है अपने परिवार को आदर्श मानता है, शादी करने का मन करता, परंतु अभी सारा ध्यान पढ़ाई पर लगा रखा है । अब सब भ्रम दूर हो गए । एक दोस्त लड़की ने किस भी किया, महिला मित्र के सेल्फी फोटो अपने दोस्तो के साथ शेयर करता हूँ ।
जब 12 साल की आयु मे अपरिपक्व लड़का हस्त मैथुन करना शूर कर देगा और निरंतर जारी रखेगा तो शारीरिक और मानसिक समस्याओ का सामना करना पड़ता है, कुछ भ्रामक वेबसाईट लड़को को गलत रास्ते ले जाते है, उनके बारे मे भी जागरूकता फैलाने की आवशयकता है । छोटी आयु मे कोई गलत देखना, सुनना के करना के प्रभाव का जीवन पर गलत जीवन शैली का विकास होता है, गलत जीवन शैली की आसानी से सुधारा जा सकता है ।
सामाजिक संदेश - अपने बच्चो को भारतीय शास्त्र परंपरा का ब्रहमचर्य का ज्ञान देना आवशयक है । वीर्यवान बनो का आशीर्वाद देंना चाहिए, वीर्य संग्रह और रक्षा के बारे मे अवश्य बताना चाहिए, लड़को के निजी अंगो की रक्षा कैसे करनी की सलाह अवश्य देनी चाहिए ।
ऑनलाइन परामर्श दाता
वाट्स एप 091 98290 85951
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नैदानिक चिकित्सा के बारे में.अब भारतीयों को आसानी से सुलभ ऑनलाइन चिकित्सा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों की यह स्वास्थ्य उपचार का उपयोग किया जा सकेगा जो कई रोगियों से समर्थन प्राप्त हुआ है..गोपनीय ऑनलाइन परामर्श --
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